Dreams in my eyes. Dust on my shoes.
सुन्दर प्रस्तुति
बगावत जरुरत है आज की. कबतक कोई यूँही छलनी होता रहेगा. ऐलान होना चाहिए बगावत का और उसकी गूंज इतनी हो कि अपने आरामतलबी में सोये हमारे रहनुमाओं की नींद ऐसी उड़े की वो फिर से सो ना पायें...
@बचा के रख तू ये तकलीफ अपनीदर्द को पालो, निकालो नहीं दर्द से ही बनेंगे हथियार हत्यारे अँधेरों के लिए
shukriya.
Jabardast likha hai sir.
wow.. great
he he .....ham to sochte they qayamat ke dil mulakaat hoti hai :-)agar mulkaat ki baat hai to bagawat hi sahi :-)
relieving...
बग़ावत होगी इक दिन, तब मिलेंगेbadhiya hai bhayi
bahut hi khubsurat hai sai
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10 comments:
सुन्दर प्रस्तुति
बगावत जरुरत है आज की. कबतक कोई यूँही छलनी होता रहेगा. ऐलान होना चाहिए बगावत का और उसकी गूंज इतनी हो कि अपने आरामतलबी में सोये हमारे रहनुमाओं की नींद ऐसी उड़े की वो फिर से सो ना पायें...
@बचा के रख तू ये तकलीफ अपनी
दर्द को पालो, निकालो नहीं
दर्द से ही बनेंगे हथियार हत्यारे अँधेरों के लिए
shukriya.
Jabardast likha hai sir.
wow.. great
he he .....ham to sochte they qayamat ke dil mulakaat hoti hai :-)
agar mulkaat ki baat hai to bagawat hi sahi :-)
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बग़ावत होगी इक दिन, तब मिलेंगे
badhiya hai bhayi
bahut hi khubsurat hai sai
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