Writer at Large
Dreams in my eyes. Dust on my shoes.
Monday, November 3, 2008
रेत में सर किए
रेत में सर किए
आज बैठा हूँ मैं
सोचता, मुश्किलें
यूँ ही टल जाएंगी ...
ख्वाब की खोज में
कुछ मिले न मिले
हसरतें कुछ मेरी
तो निकल जाएंगी
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